देश के लोगों में सोने का विशेष महत्व है। और इसमें पैसा निवेश करने का सबसे बढियाँ विकल्प भी समझा जाता है। अगर निवेश की बात करें तो विगत 5 वर्षों में शेयर बाजार के 30 शेयरों वाले इंडेक्स सेंसेक्स से ज्यादा रिटर्न सोने ने अपने निवेशकों को दिया है। कोविड काल हो या फिर रूस-यूक्रेन के बीच सोने के निवेश में बड़ा उछाल आया है। एवं निवेशकों का यह इन्वेस्टमेंट उनके लिए मुनाफे का सौदा साबित हुआ है।
सोने में निवेश करना सबसे सुरक्षित
भारत में विगत 5 वर्षों में अनेक प्रकार के उतार चढ़ाव देखे गये हैं। एक तरफ जहां कोविड-19 के कारण स्थिति ख़राब हुई, तो दूसरी तरफ रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग ने सप्लाई चैन पर बुरा प्रभाव डाला है। विगत 5 वर्षों में इन अनिश्चितताओं के कारण भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति भी सभी ने देखी है। एवं सोने की कीमतों में हुई बढ़ोत्तरी से सभी वाकिफ हैं।
वैसे तो किसी भी विपदा या अनिश्चितता की स्थिति में सोने में निवेश करने को सबसे सुरक्षित ठिकाना माना गया है। और सोने ने इस बात को साबित भी किया है। सोने की कीमत 5 वर्षों के अंदर जिस हिसाब से बढ़ी है, इसके कारण इस संपत्ति ने शेयर मार्केट से अधिक रिटर्न अपने निवेशकों को दिया है।
सोने के निवेश पर मिला 99 % तक फायदा
अगर आकड़ों को देखें तो पिछले साल यानि वर्ष-2018 के बाद सोने के रेट में लगभग 99% तक की वृद्धि हुई है। वहीं इसकी तुलना में बीएसई के सेंसेक्स में 77% की वृद्धि हुई है। यानि गोल्ड में निवेश करने वालों को सेंसेक्स से अधिक मुनाफा हुआ है। अगर सोने के रेट में हुए परिवर्तन को देखें तो जुलाई-2018 को 24 कैरेट गोल्ड का दाम लगभग 30,800/-प्रति 10 ग्राम से भी ज्यादा हो गया है। इस हिसाब से इसमें 99% के करीब वृद्धि देखी गयी है।
5 वर्षों में सेंसेक्स में बढ़ोत्तरी
दूसरी तरफ अगर देखें तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के Sensex को तो जुलाई-2018 के अंत में ये 37,550/- के स्तर पर था। जो जून के आखिर में 61 हजार से 62 हजार के करीब पहुँच गया था। इसमें निरंतर वृद्धि हो रही है। एवं फिलहाल ये 66 हजार अंक के स्तर तक पहुँच गया है। इसमें 80% के करीब वृद्धि दर्ज की गयी है।
इस दौरान भारतीय रूपये में काफी गिरावट देखी गयी है। अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में सोने की कीमतों में उछाल देखने का कारण भारतीय मुद्रा रूपये का कमजोर होना भी है। आपको जानकारी दे दें कि, वर्ष-2017 में रुपया 63/- प्रति डालर था। जो आज लगभग 82/- रूपये प्रति डालर के स्तर पर पहुंच गया है। इस हिसाब से इसमें 30% से अधिक गिरावट आयी है। अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में सोने की कीमतों को देंखें, तो ये अभी 1960 डालर प्रति औंस के रेट तक पहुँच गया है।
लॉन्ग टर्म में निवेश के लिए फायदे का सौदा है, गोल्ड
शेयर मार्केट में अत्यधिक अस्थिरता के बीच सोना मजबूत रिटर्न देने वाले सबसे अच्छे विकल्पों में से एक साबित हुआ है। वैसे यह एक डेड एसेट है। जो आपको नियमित इनकम नहीं देता, परन्तु ये लॉन्ग टर्म में निवेशकों के लिए लाभ का ही सौदा साबित होता है। जबकि शेयर मार्केट में भी लांग टर्म के निवेश में फायदा का इतिहास रहा है। फिर भी यहां रिस्क अधिक रहता है। वित्तीय वर्ष -2023 में सोने के रेट में डबल बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है।
भारत दुनिया में सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयतक
सोने को भारत देश में काफी महत्व दिया जाता है। एक तरफ इसे पैसा निवेश का अच्छा विकल्प माना गया है, तो दूसरी तरफ लोग इसे आभूषण के रूप में पसंद करते हैं। अनेकों बार देखा गया है कि, जब विश्व भर में शेयर मार्केट में हड़कंप मच जाता है, या फिर कोई दूसरी वित्तीय समस्या खड़ी हो जाती है, तब सोने की मांग बढ़ जाती है। भारतीय इस मामले में आगे हैं। यहगी वजह है कि, भारत विश्व में सोने का दूसरा सबसे बड़ा आयतक देश है।